Renu

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ख्वाबों को समर्पित युवा



बंद कमरों में जिन्होंने खुद को तलाशते हुए पाया है
अधुरे से हैं कुछ ख्वाब उन्हीं के लिए लड़ते देखा है। 

चाहत होती हैं पाने को खुले आसमां में आशियां
इसीलिए उन्होने खुद का बंद पिंजरा सजाया है। 

दौड़ती भागती दुनियां है उनके चारो ओर फिर भी
खुद के साथ रह जाना ही माना है उन्होंने ज़िंदगी। 

बाहर की दुनियां से भी नाता तोड लिया उन्होंने
क्योंकि अब बात खुद की तलाश पर जो आई है। 

महफिलो से भी अकसर होती है उनकी दूरियां
फिर भी हर रोज़ अपनी रातों से गहरा नाता है। 

पनाह नहीं देते हैं वो निंदो को अपनी आंखों में
ख्वाबों को पूरा करने का खुद से जो वादा है। 

Dedicate for all competitive exams aspirants 










✒️..... रीना यादव
राजस्थान, जयपुर


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13 Comments

Pinku

09-Jun-2022 05:31 PM

Jaldi se lg jauo🤞

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Renu

09-Jun-2022 12:26 AM

Thanku so much you all, for beautiful comments & like 🥰🥰

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Mohammed urooj khan

09-Jun-2022 12:11 AM

बहुत खूबसूरत 👌👌👌

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